महाराजा अग्रसेन नवभारत निर्माण ट्रस्ट

ट्रस्ट की स्थापना का उद्देश्य

गुरुकुल शिक्षण व्यवस्था

प्राचीन काल में गुरुकुल प्रणाली एक आदर्श शिक्षण व्यवस्था थी,

पौराणिक और आधुनिक शिक्षा

गुरुकुलों में शिक्षा के पौराणिक और आधुनिक दोनों रूपों का समन्वय किया है

समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान

समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान

गौशाला संचालन

ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशाला में सैकड़ों गायों की सेवा की जाती है।

गौशाला की विशेषताएँ

महाराजा अग्रसेन नवभारत निर्माण ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशाला अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहाँ गायों के रखरखाव और देखभाल के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों की एक टीम है, जो गायों के स्वास्थ्य की नियमित रूप से जाँच करती है और उनकी आवश्यकताओं का ध्यान रखती है। गौशाला में गायों के लिए पौष्टिक चारे की व्यवस्था की गई है, जिसमें हरे चारे, सूखे चारे और दाने का समावेश है। इसके साथ ही गायों को शुद्ध पानी और खुले वातावरण में घूमने की सुविधा दी जाती है, ताकि उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।
गौशाला में गायों की देखभाल के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। यहाँ नियमित रूप से पशु चिकित्सकों द्वारा गायों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें उचित चिकित्सा प्रदान की जाती है। ट्रस्ट का उद्देश्य न केवल गायों को स्वस्थ रखना है, बल्कि उनके जीवन को दीर्घकालिक और समृद्ध बनाना भी है।

हमारे साथियों के अनमोल वचन

महाराजा अग्रसेन नवभारत निर्माण ट्रस्ट के उत्पाद

देसी गाय का दूध

ट्रस्ट द्वारा गौशाला में पाली जाने वाली देसी गायों का दूध उच्च गुणवत्ता का होता है और यह पूरी तरह से प्राकृतिक होता है। देसी गाय के दूध में ए2 प्रकार की प्रोटीन होती है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी मानी जाती है। यह दूध पाचन के लिए अच्छा होता है और इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन्स की प्रचुरता होती है। ट्रस्ट यह सुनिश्चित करता है कि दूध उत्पादन की प्रक्रिया पूरी तरह से स्वच्छ और वैज्ञानिक हो, ताकि उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम गुणवत्ता का दूध मिल सके।

देसी गाय का दूध बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है, जबकि कैल्शियम हड्डियों और दांतों के विकास में सहायक होता है। यह दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।

देसी गाय के दूध से बना पनीर

देसी गाय के दूध से बना पनीर उच्च गुणवत्ता वाला होता है और इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। यह एक उत्कृष्ट प्रोटीन स्रोत है, जो शाकाहारी लोगों के लिए बेहद उपयोगी है। पनीर का उपयोग विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है और यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। ट्रस्ट यह सुनिश्चित करता है कि पनीर को पूरी तरह से स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में बनाया जाए, ताकि उपभोक्ताओं को एक शुद्ध और प्राकृतिक उत्पाद मिल सके।

पनीर प्रोटीन का अच्छा स्रोत होने के साथ-साथ कैल्शियम और फॉस्फोरस से भी भरपूर होता है, जो हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। इसके अलावा, पनीर का सेवन मांसपेशियों के विकास और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।

देसी गाय के दूध से बना मावा

देसी गाय के दूध से बना मावा विभिन्न मिठाइयों के निर्माण में उपयोग किया जाता है और इसकी गुणवत्ता भी उच्च होती है। ट्रस्ट द्वारा उत्पादित मावा शुद्ध होता है और इसमें किसी भी प्रकार के मिलावट की संभावना नहीं होती। यह मावा स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित और स्वादिष्ट होता है। इसके उपयोग से बनाई गई मिठाइयाँ विशेष रूप से स्वास्थ्यवर्धक होती हैं, क्योंकि इसमें देसी गाय के दूध की पौष्टिकता शामिल होती है।

मावा ऊर्जा का अच्छा स्रोत होता है और यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। इसमें वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा होती है, जो शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखती है। भारतीय मिठाइयों में मावे का विशेष महत्व होता है और ट्रस्ट द्वारा उत्पादित मावा उच्च गुणवत्ता का होता है, जो स्वाद और स्वास्थ्य दोनों में उत्कृष्ट है।

खांड शक्कर

खांड शक्कर प्राकृतिक रूप से निर्मित शक्कर होती है, जो रासायनिक प्रक्रियाओं से मुक्त होती है। यह स्वास्थ्य के लिए साधारण चीनी से अधिक लाभकारी मानी जाती है। खांड शक्कर के सेवन से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है और यह पाचन के लिए भी अच्छी होती है। महाराजा अग्रसेन नवभारत निर्माण ट्रस्ट द्वारा निर्मित खांड शक्कर शुद्ध और प्राकृतिक होती है, जो किसी भी प्रकार की रासायनिक मिलावट से मुक्त होती है।

शहद

महाराजा अग्रसेन नवभारत निर्माण ट्रस्ट द्वारा प्राकृतिक शहद का उत्पादन भी किया जाता है। यह शहद प्राकृतिक फूलों से प्राप्त किया जाता है और किसी भी प्रकार के रसायनों का प्रयोग नहीं किया जाता। शहद में प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को हानिकारक विषाक्त पदार्थों से बचाते हैं। शहद का सेवन पाचन तंत्र को सुधारने, ऊर्जा प्रदान करने, और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है।